- कार्यकारिणी -

कार्यकारिणी

 

जय भीम !!

वर्तमान - कार्यकारिणी​

 

 

अध्यक्ष

श्री ओंकार लाल भाटी- खारडिया - 6350554782

वरिष्ठ अध्यापक (अंग्रेजी)

 

मेरी कलम से.......

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और समाज ही उसका सबसे बड़ा शरण स्थल है जिसका निर्माण हरेक व्यक्ति की सोच और मानसिकता से होता है।यदि हमारी सोच और मानसिकता समाज के प्रति सकारात्मक है तो व्यक्ति और समाज का विकास सुगमता से संभव है।लेकिन इसमें हरेक व्यक्ति की भागीदारी होना भी सुनिश्चित हो। हमारा जीवन प्रकृति का सबसे बहुमूल्य उपहार है यदि यह अपने अलावा किसी अन्य के भी काम आ सकता है तो इससे बड़ा जीवनानंद कुछ नहीं हो सकता। प्रकृति का नियम है की यदि हमने किसी से कुछ लिया है तो लौटाना भी जरूर होगा। हम जिस समाज में जीवनयापन करते हैं वह हमारे जीवन का आधार है इसलिए जरूरी है की हम इस समाज को पूर्णतया नहीं तो संभवतया अधिकाधिक लौटाने का प्रयास करें तो हम अपने आपको धन्य समझने में गर्व महसूस करेंगे। परिपाटी से हटकर अपने हौसलों को बुलंद करने का साहस सही समय पर ही दिखाना पड़ेगा। किसी भी समाज को कुछ लोगों के द्वारा सींचा जाता है और कुछ लोगों के द्वारा घसीटा जाता है। उचित क्या है? जरा सोचिएगा,क्या हमारी भूमिका समाज में उतनी और वैसी है जितनी और जैसी होनी चाहिए? यदि हां,तो हमारा सामाजिक जीवन सार्थकता की ओर अग्रसर है और यदि नहीं तो हम अपना जीवन गुमनामी और निर्थकता के साए में यापन कर रहें हैं। यदि मिशाल बनना है तो अपने जीवन में त्याग की भावना जगानी पड़ेगी और उसके लिए सबसे बड़ा साधन है शिक्षा,जिसके प्रसार से मानसिकता के अधिकतर रंद्र अपने आप ही विवेकशील और क्रियाशील हो जाएंगे। ।

 

 

 

उपाध्यक्ष 1.

श्री रतन लाल तालेपा

निवासी कुचामन सिटी नागौर।

 

उपाध्यक्ष 2. -  श्री भवँर लाल रिया

सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजस्थान स्कूल शिक्षा।

 

सचिव- श्री देवीलाल-9460034608

अध्यापक,रामपुरा  (गच्छीपुरा ) मकराना, (नागौर)

तुम बस अपने आप से मत हारना ,फिर तुम्हें कोई नहीं हरा सकता  !

समाज वही आगे बढ़ता है , जो शिक्षा के महत्व को समझाता है !!

 

उपसचिव व प्रवक्ता -  श्री कमल पिपरालिया

8764202053

 सकारात्मक लेखक व मार्गदर्शक

वरिष्ठ अध्यापक गणित, रा. उ. मा. वि. मोड़ी चारणा, मकराना

निवासी हुड़िया, तहसील मकराना, जिला नागौर।

मेरी ✍️ से.........       

          यहाँ किसी भी समाज का विकास उस समाज के प्रत्येक व्यक्ति के विकास से मापा जाता हैं। समाज का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उस समाज के शिक्षित व विद्वान लोग समाज के प्रति कितना समर्पित हैं। यहाँ समाज के विकास के लिए एकमात्र हथियार है वो है "शिक्षा"। अतः हमें संगठित होकर शिक्षा के लिए आगे आना चाहिए। जिस समाज मे शिक्षित व्यक्तियों का संख्याबल ज्यादा होता है वो समाज हमेशा से राज करता आया हैं। अतः समाज के बच्चो व बच्चियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाने का प्रयास सबको करना चाहिए। चाहे फालतु के शौक छोड़ दो लेकिन अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा जरूर दिलाओ। जिससे समाज का आर्थिक व सामाजिक विकास बढ़ता रहे। यहाँ सिर्फ डिग्रियों के लिए नही पढ़ना है बल्कि शिक्षित होकर समाज मे अच्छे विचारों के प्रचार-प्रसार हेतु पढ़ना है। यहाँ सभी को सामाजिक कुरीतियों को त्यागकर मानवतावादी व जन कल्याणकारी कार्य कर विश्व पटल पर एक अच्छे समाज का संदेश देना चाहिए।

जय भीम.... ~कमल पिपरालिया

 

 

कोषाध्यक्ष- श्री धन्नाराम गौड़ 9928720743

   प्रधानाचार्य रा उ मा वि भैयाकला मकराना

निवासी-भुतावा तहसील-मकराना जिला नागौर। 

            असाधारण लोग वो साधारण लोग होते है जो हर साधारण कार्य को असाधारण जोश के साथ करते हैं। महान जीवन का अर्थ है किसी प्रयोजन के साथ स्वयं को एकाकार कर देना- एक ऐसा प्रयोजन जो आपके जीवन से बड़ा हो और जिस पर आप अंतिम सांस तक अपनी हर सांस न्योछावर करना चाहते हो। आप इतिहास तब रचते है जब आपके पास कोई ऐसा प्रयोजन हो जो आपको हर सुबह थोड़ा जल्दी उठने को और हर रात थोड़ा देर तक जागते रहने को प्रेरित करता है। तथा इसके बीच हर पल को जोश की प्रबलता से भरता हो। आपके हर कार्य मे अतिरिक्त योगदान दे ताकि आपका जीवन असाधारण हो जाये। जिस परिवार, कॉम,संगठन और समाज का नेतृत्व, नियंत्रण और मार्गदर्शन स्वार्थी,लालची, अनुभवहीन,अज्ञानी व अंधविश्वासी लोगो के हाथ मे आ जाये तो समझो उसका पतन निकट हैं। इसलिए समझदार व्यक्तियों को चाहिए कि वो नेतृत्व के लिए आगे आये और उचित, न्यायपूर्ण तथा प्रगतिशील नेतृत्व से पतन को रोके। अन्यथा वो भी दोषी होंगे अपने उत्तरदायित्व को न पूर्ण करने के लिए और गलत लोगो को आगे आने देने के लिए। इसलिए प्रकृति ने आपको जो प्रतिभा कौशल दिया है उसका भरपूर उपयोग आपके साथ साथ समाज के लिए भी करे। इसी में सबका हित है। कहते है कि कलम से लिखे विचारों की मार सबसे घातक हथियारों से भी कई गुणा अधिक होती हैं। इसलिए भारत को, भारत की अखंडता को,भारत के विकास को, भारत के महाशक्ति बनने को और भारत की सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा यहाँ धार्मिक ग्रंथो में लिखे उन विचारों से है जो समाज मे छुआछुत, भेदभाव,ऊंच-नीच, अंधविश्वास, हिंसा, शोषण, अवैज्ञानिक परम्पराए और रीतिरिवाज और पाखंड फैलाते है। क्योंकि इनसे विनाश और पतन का वातावरण बनता हैं। इसलिए ऐसी हानिकारक धार्मिक सांस्कृतिक व्यवस्थाओं का त्याग करें। सत्य,समानता,बन्धुता और अहिंसा के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाए। भारत को विश्वशक्ति बनाए।~धन्नाराम गौड़, प्रधानाचार्य

 

 

 

 

कार्यकारिणी सदस्य-  

 

1. श्री बनवारी मेहरा 9587219697

पशुधन सहायक, (गजीपुरा, जालौर )निवासी डोबड़ी कला, तहसील मकराना, जिला नागौर।

 

 

समाज... समाज का अर्थ - समाज को एक ही वाक्य में समझा जा सकता है.... जिसका अर्थ है "व्यक्तियों का संगठन या समूह" व्यक्ति एक सामाजिक प्राणी है और समाज के बिना व्यक्ति का कोई भी महत्व नहीं है... लेकिन वर्तमान समाज के विभिन्न पहलुओं पर दृष्टि डाली जाये तो आज के इस वैज्ञानिक युग में भी समाज कई क्षेत्रों में उतनी प्रगति नहीं कर पाया है जितनी कि एक समाज को करनी चाहिए, उसके लिए हम निम्नलिखित समस्याओं का समाधान करना होगा.... 1.अशिक्षा :- एक अच्छे समाज की तो बात बाद में आती है पहले अगर हम एक व्यक्ति के बारे में सोचें तो उसके जीवन में शिक्षा का होना अति आवश्यक है...... हमारे महापुरूषों ने शिक्षा के दम पर ही समाज में आमूलचूल परिवर्तन किये हैं..... 2. गरीबी :- समाज में आधी से ज्यादा आबादी दरिद्रता के दंश से ग्रस्त है, यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है 3. कुरीतियां :- समाज हजारों वर्षों से विभिन्न प्रकार की कुरीतियों से जकड़ा हुआ है... जिनमें मृत्युभोज, अंधविश्वास और विभिन्न अनुचित रिवाज शामिल हैं 4. शराब :- समाज के विकास को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला कारक 5.प्रतिस्पर्धा की बजाय एक दूसरे को नीचे दिखाने की भावना :- समाज का सबसे बड़ा कमजोर पक्ष है यह...... उपरोक्त समस्याओं पर विचार करने के लिए मेरे निम्नलिखित सुझाव हैं...... 1.अपने बच्चों पर तो ध्यान देना ही है लेकिन आसपास के उन बच्चों के अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए जो अशिक्षित हैं....... 2. समाज में गरीबी दूर करने के लिए सामूहिक सहयोग की आवश्यकता है..... सरकारें विभिन्न प्रकार की योजनाओं का क्रियान्वयन करतीं हैं... बस जरूरत है उन शिक्षित व्यक्तियों की जो उन योजनाओं की जानकारी अपने तबके के उन लोगों तक पहुंचा सकें जिनको जरूरत हो और उनका लाभ दिलवा सकें..... 3.कुरीतियों को मिटाने के लिए समाज के शिक्षित लोगों को आगे आना होगा.... मृत्युभोज और जादू टोना, पाखंड जैसी कुप्रथाओं पर नियंत्रण करना होगा... आज भी ये कुप्रथाऐं अपनी चरमसीमा पर हैं 4.शराब :- सामाजिक विकास में शराब भी आर्थिक और सामाजिक पतन के लिए बहुत हद तक जिम्मेदार है युवा पीढ़ी को इससे बचाने के लिए समाज के आयोजनों में इसके दुष्परिणामों के बारे में बताना चाहिए 5 शादी विवाह, मृत्युभोज और विभिन्न प्रकार के आयोजनों में अनावश्यक धन खर्च करने और एक दूसरे को नीचा दिखाने की प्रवृत्ति पिछले कई सालों से देखने में आ रही है.....अगर यही खर्च शिक्षा के ऊपर खर्च किया जाये तो समाज में अप्रत्याशित परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं...... .. महापुरुषों के आदर्शों को मानकर और उनके लिखे सिद्धांतों को ग्रहण करके विभिन्न कारकों पर ध्यानाकर्षण किया जाये तो निश्चित ही एक समतामूलक समाज का निर्माण संभव है... जय भीम  

 

 

 

2. श्री राजेन्द्र कुमार दुगरिया

सामाजिक कार्यकर्ता, निवासी कुतियासनी खुर्द, तहसील डेगाना, जिला नागौर।

3. श्री दिनेश चन्द्र लाडना-9461023197

प्रधानाचार्य, रा उ मा वि गांगवा , निवासी- पट्टी डोबरिया, जिला नागौर

 

4. श्री जगदीश प्रसाद जनागल 

अध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर परबतसर

 

5. श्री सुनील राठी

निवासी गच्छीपुरा तहसील मकराना जिला नागौर।

 

6. श्री कैलाश चंद लाडना

निवासी पटी डोबरिया, तहसील मकराना, नागौर।

 

7. श्री भुगानाराम बनिया

निवासी मामडोली तहसील मकराना जिला नागौर।

 

8. श्री नरेन्द्र जयपाल

 

9. श्री बुधाराम

 

10. श्री महेश कुमार सांखला

सामाजिक कार्यकर्ता, अध्यापक, मौलासर नागौर।

 

11. श्री सोहन लाल

 

12. श्री मंगला राम 

वरिष्ठ अध्यापक निवासी-गोनरङी डेगाना जिला नागौर।

 

13. श्री हरेंद्र कुमार बेरवाल

कनिष्ठ सहायक, निवासी कुतियासनी खुर्द तहसील डेगाना जिला नागौर।

 

14. श्री मनोज कुमार लाडना

निवासी-पटी डोबरिया तहसील मकराना जिला नागौर

 

15. श्री अजय कुमार लाडना

निवासी- पटी डोबरिया तहसील- मकराना जिला नागौर।

 

16. श्री गिरधारी परिहार

अध्यक्ष रा शि संघ अंबेडकर मकराना

निवासी- नान्दोली मेड़तिया, तहसील मकराना जिला नागौर।

 

 

17. श्री राजूराम जोड़

वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी, रा बा मा वि मनाना

निवासी मोङी चारणा तहसील मकराना जिला नागौर।

18. श्री गजेंद्र कालावत

निवासी दाबड़िया तहसील मकराना जिला नागौर।

 

19. श्री मनीष कुमार दिवराया

अध्यापक

निवासी चुवा तहसील डेगाना जिला नागौर।

 

20. श्री देवेंद्र पाल

राज पुलिस कॉन्स्टेबल थाना गच्छीपुरा

निवासी चावण्डिया तहसील मकराना जिला नागौर।

 

21. श्री कुंदन मेघवाल

शारीरिक शिक्षा शिक्षक (नागौर जिला क्रिकेट टीम चयनकर्ता व प्रशिक्षक)

निवासी बिदियाद तहसील परबतसर जिला नागौर।

22. श्री श्याम तालेपा

वरिष्ठ अध्यापक रा उ मा वि चावण्डिया

निवासी बोरावड़ तहसील मकराना जिला नागौर।

 

23. श्री पुष्पेंद्र भाटी

तकनीकी सहायक ms4 gch

निवासी गच्छीपुरा तहसील मकराना जिला नागौर।